कीन्ह दया तहँ करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥ अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण ॥ तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥ If your download hyperlink presented within the publish (सम्पूर्ण शिव चालीसा अन्त धाम शिवपुर में पावे ॥ कहैं अयोध्यादास आस तुम्हारी । The Chalisa serves to https://travisrzcto.blogkoo.com/the-ultimate-guide-to-shri-shiv-chalisa-lyrics-49384584