ॐ ह्रीँ सर्वपापनिवारिण्यै पद्मावत्यै नमः । शारीरिक और मानसिक शुद्धता बनाए रखें, सात्विक भोजन करें, और सत्य का पालन करें। अवगड़ का चेला, फिरूँ अकेला, कभी न शीश नवाऊंगा ॐ पीर बजरङ्गी राम लक्ष्मण के सङ्गी जहाँ जहाँ जाय फ़तेह के डंके बजाय माता अञ्जनी की आन "अमुक" को https://vashikaran17384.blog4youth.com/32958256/the-definitive-guide-to-most-powerful-sarv-karya-sidh-shabar-mantra-karya-siddhi-shabar-mantra-most-powerful-shabar-mantra